पीएम-कुसुम योजना नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा शुरू की गई एक सरकारी योजना है। इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है, जिससे किसान डीजल और ग्रिड बिजली पर निर्भरता कम कर सकें और उनकी आय बढ़े।
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PM-KUSUM |
पीएम-कुसुम योजना के मुख्य घटक (Components):
1️⃣ घटक- A (Component A) - सौर ऊर्जा संयंत्र:
- 10,000 मेगावाट के ग्रिड-संयुक्त सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करना।
- किसान, सहकारी समितियाँ, ग्राम पंचायतें या अन्य संगठन बंजर भूमि पर सौर संयंत्र लगाकर बिजली बेच सकते हैं।
2️⃣ घटक- B (Component B) - सौर पंप:
- डीजल पंपों के स्थान पर सौर पंप (7.5 HP तक) लगाए जाएंगे।
- सब्सिडी:
- 60% सरकार द्वारा
- 30% बैंक लोन
- 10% किसान को स्वयं देना होगा।
3️⃣ घटक- C (Component C) - ग्रिड से जुड़े पंप:
- मौजूदा ग्रिड-संयुक्त कृषि पंपों को सौर ऊर्जा से जोड़ा जाएगा।
- अतिरिक्त बची हुई बिजली किसानों को बिजली कंपनियों (DISCOMs) को बेचने की सुविधा मिलेगी।
पीएम-कुसुम योजना के लाभ:
✅ डीजल पर निर्भरता कम होगी, जिससे खेती सस्ती होगी।
✅ अतिरिक्त आय का अवसर, किसान अतिरिक्त बिजली बेच सकेंगे।
✅ पर्यावरण के अनुकूल, कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
✅ ऊर्जा सुरक्षा, किसानों को सस्ती और स्थायी बिजली मिलेगी।
कैसे करें आवेदन?
✅ किसान राज्य बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) की वेबसाइट या नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
✅ CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) से भी आवेदन करने में सहायता मिलती है।