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Tuesday, 11 March 2025

NPS में मेच्योरिटी रिटर्न (परिपक्वता पर रिटर्न) क्या है?

 


राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में किया गया निवेश 60 वर्ष की आयु के बाद मेच्योर होता है। इस समय निवेशक को दो तरह के लाभ मिलते हैं:

  1. लंपसम अमाउंट (एकमुश्त राशि) प्राप्ति
  2. मासिक पेंशन (एन्युटी) प्राप्ति

1. NPS में मेच्योरिटी पर रिटर्न कैसे मिलता है?

जब कोई व्यक्ति 60 वर्ष की आयु तक पहुँचता है, तो उसे निम्नलिखित विकल्प मिलते हैं:

(A) लंपसम अमाउंट (Lump Sum Amount)

  • निवेशक अपने कुल फंड का 60% तक एकमुश्त निकाल सकता है।
  • यह राशि पूरी तरह टैक्स-फ्री होती है।
  • यदि कुल निवेश ₹50 लाख है, तो ₹30 लाख (60%) एकमुश्त मिल सकता है।

(B) मासिक पेंशन (Annuity Plan)

  • कुल फंड का कम से कम 40% पेंशन खरीदने (एन्युटी) में लगाना अनिवार्य होता है।
  • यह राशि निवेशक की मासिक पेंशन के रूप में मिलती है।
  • अगर कुल निवेश ₹50 लाख है, तो ₹20 लाख (40%) एन्युटी में जाएगा।

2. अनुमानित रिटर्न और पेंशन कैलकुलेशन

📌 उदाहरण: यदि कोई व्यक्ति 30 वर्षों तक NPS में निवेश करता है


💡 नोट: यह अनुमानित गणना है, वास्तविक रिटर्न बाजार प्रदर्शन और फंड मैनेजर पर निर्भर करता है।


3. एन्युटी प्लान्स और मासिक पेंशन के विकल्प

🔹 प्रमुख एन्युटी प्लान्स:

  1. केवल स्वयं के लिए पेंशन – उच्च मासिक पेंशन, लेकिन मृत्यु के बाद कोई लाभ नहीं।
  2. पति/पत्नी के लिए जॉइंट पेंशन – मृत्यु के बाद जीवनसाथी को पेंशन मिलती है।
  3. नॉमिनी को राशि वापसी के साथ पेंशन – मृत्यु के बाद बची हुई राशि नॉमिनी को मिलती है।

📌 उदाहरण:

  • यदि कोई निवेशक ₹1 करोड़ एन्युटी में लगाता है, तो उसे ₹50,000 – ₹60,000 प्रति माह पेंशन मिल सकती है।
  • यदि जॉइंट एन्युटी चुनी जाती है, तो मासिक पेंशन थोड़ी कम होगी।

4. 60 वर्ष से पहले निकासी (Premature Exit)

  • 10 साल पूरे होने के बाद आंशिक निकासी की अनुमति।
  • 60 वर्ष से पहले निकासी पर 80% फंड एन्युटी में जाएगा और केवल 20% एकमुश्त निकाला जा सकता है।
  • सरकारी कर्मचारियों के लिए 60 वर्ष से पहले निकासी सख्त नियमों के तहत होती है।

5. NPS मेच्योरिटी पर टैक्स नियम

60% लंपसम निकासी – पूरी तरह टैक्स फ्री
40% एन्युटी – इस पर पेंशनधारी की इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स लागू होगा।
अगर निवेशक चाहे तो 60% की बजाय पूरी राशि एन्युटी में डाल सकता है।


निष्कर्ष

NPS लंबी अवधि के लिए उच्च रिटर्न और सुरक्षित पेंशन प्रदान करता है।
60 वर्ष की आयु के बाद एकमुश्त टैक्स-फ्री राशि और मासिक पेंशन मिलती है।
निवेशक अपनी आवश्यकता के अनुसार एन्युटी प्लान चुन सकता है।

📌 अगर आप 30-35 साल की उम्र में NPS में निवेश शुरू करते हैं, तो आपको 60 वर्ष की आयु में करोड़ों रुपये की बचत और जीवनभर पेंशन मिल सकती है। 🚀💰

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) – वयस्कों और नाबालिगों के लिए संपूर्ण जानकारी

 


राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) एक दीर्घकालिक पेंशन निवेश योजना है, जिसे पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा संचालित किया जाता है। यह योजना सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों, स्वरोजगार करने वालों, और अब नाबालिगों (बच्चों) के लिए भी उपलब्ध है।


1. वयस्कों (18 वर्ष और उससे अधिक) के लिए NPS योजना

(A) NPS के प्रकार

  1. NPS ऑल सिटिजन मॉडल – 18 से 70 वर्ष के किसी भी भारतीय नागरिक के लिए।
  2. NPS सरकारी कर्मचारी योजना – केंद्र एवं राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए अनिवार्य।
  3. NPS कॉर्पोरेट मॉडल – कॉर्पोरेट कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए।
  4. NPS स्वयं-नियोजित और स्वरोजगार करने वालों के लिए – व्यापारियों, फ्रीलांसरों, प्रोफेशनल्स आदि के लिए।

(B) NPS के लाभ

1. दीर्घकालिक निवेश और पेंशन योजना

  • NPS में किया गया निवेश सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।
  • निवेशकों को 60 वर्ष की आयु के बाद नियमित पेंशन और एकमुश्त राशि (लंपसम अमाउंट) मिलती है।

2. कर लाभ (Tax Benefits)

  • धारा 80CCD(1) के तहत ₹1.5 लाख तक की कटौती।
  • 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त ₹50,000 की कटौती।
  • कुल मिलाकर ₹2 लाख तक का टैक्स बेनिफिट।

3. निवेश पर उच्च रिटर्न

  • NPS फंड इक्विटी, कॉर्पोरेट बॉन्ड्स, और सरकारी बॉन्ड्स में निवेश करता है।
  • पिछले वर्षों में 10-12% तक का वार्षिक रिटर्न देखा गया है।

4. निवेश का लचीलापन

  • निवेशक अपने निवेश कोष (Fund Managers) और परिसंपत्ति आवंटन (Asset Allocation) को बदल सकते हैं।
  • ऑटो चॉइस और एक्टिव चॉइस का विकल्प मिलता है।

5. आंशिक निकासी (Partial Withdrawal)

  • NPS में 60 वर्ष से पहले 3 बार तक निकासी की अनुमति है।
  • 25% तक निकासी बच्चों की शिक्षा, शादी, इलाज आदि के लिए की जा सकती है।

6. पेंशन (एन्युटी) का लाभ

  • 60 वर्ष की आयु के बाद, निवेशक को एकमुश्त राशि और शेष राशि से मासिक पेंशन मिलती है।
  • 40% धनराशि का उपयोग एन्युटी खरीदने के लिए करना अनिवार्य है।

(C) NPS खाता खोलने की प्रक्रिया

1. ऑनलाइन माध्यम से:

  • eNPS पोर्टल पर जाएं।
  • "Register for NPS" विकल्प चुनें।
  • आधार, पैन और बैंक डिटेल दर्ज करें।
  • न्यूनतम ₹500 का निवेश करें।

2. ऑफलाइन माध्यम से:

  • किसी भी POP (Point of Presence) केंद्र पर जाएं।
  • NPS फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
  • PRAN (Permanent Retirement Account Number) जारी होगा।

2. नाबालिगों (बच्चों) के लिए NPS वात्सल्य योजना

(A) NPS वात्सल्य योजना क्या है?

NPS वात्सल्य योजना नाबालिग (0 से 18 वर्ष) बच्चों के लिए विशेष रूप से बनाई गई है।

  • माता-पिता या अभिभावक बच्चे के नाम पर खाता खोल सकते हैं।
  • बच्चा 18 वर्ष का होने के बाद खाते का संचालन स्वयं कर सकता है।
  • यह एक दीर्घकालिक बचत योजना है जो बच्चे की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

(B) NPS वात्सल्य योजना के लाभ

1. छोटे निवेश से बड़ी बचत

  • न्यूनतम निवेश ₹1,000 प्रति वर्ष
  • दीर्घकालिक निवेश के कारण चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) का लाभ।

2. कर लाभ (Tax Benefits)

  • माता-पिता को 80CCD(1) और 80CCD(1B) के तहत कर छूट मिलती है।
  • ₹2 लाख तक की टैक्स बचत।

3. उच्च रिटर्न और फंड प्रबंधन

  • निवेशक अपनी पसंद के फंड मैनेजर चुन सकते हैं।
  • इक्विटी और सरकारी बॉन्ड्स में संतुलित निवेश से अच्छा रिटर्न मिलता है।

4. बाल्यकाल से निवेश की आदत

  • यह योजना बच्चों को बचत और वित्तीय अनुशासन सिखाने में मदद करती है।
  • शिक्षा, शादी, और भविष्य के खर्चों में सहायक।

5. निवेश की सुरक्षा और सरकार की गारंटी

  • NPS भारत सरकार द्वारा नियंत्रित होता है, जिससे इसमें धोखाधड़ी का जोखिम नहीं होता।
  • निवेशकों के लिए विभिन्न फंड विकल्प उपलब्ध होते हैं।

(C) NPS वात्सल्य योजना खाता कैसे खोलें?

1. ऑनलाइन माध्यम से:

  • eNPS पोर्टल पर जाएं।
  • "NPS Vatsalya Registration" चुनें।
  • बच्चे का नाम, जन्मतिथि और अभिभावक का विवरण दर्ज करें।
  • आवश्यक दस्तावेज़ (बर्थ सर्टिफिकेट, आधार, पैन कार्ड) अपलोड करें।
  • ₹1,000 का न्यूनतम योगदान करें।

2. ऑफलाइन माध्यम से:

  • किसी भी POP (Point of Presence) केंद्र पर जाएं।
  • NPS वात्सल्य फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
  • खाते के लिए PRAN (Permanent Retirement Account Number) जारी होगा।

3. NPS और NPS वात्सल्य की तुलना



निष्कर्ष

NPS और NPS वात्सल्य दोनों ही सुरक्षित और उच्च रिटर्न देने वाली योजनाएँ हैं।

  • वयस्कों के लिए: यह योजना सेवानिवृत्ति के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है।
  • बच्चों के लिए: यह योजना बचपन से ही बचत और वित्तीय अनुशासन विकसित करती है।

अगर आप अपने भविष्य या बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाना चाहते हैं, तो NPS और NPS वात्सल्य योजना एक बेहतरीन विकल्प है।

👉 अधिक जानकारी के लिए PFRDA की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

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